कभी जो इन्तखाब हुआ जैसे पूरा ख्वाब हुआ
लगता रहा हमे भी यही कुछ तो लाजवाब हुआ
मतलबी ये दुनिया वतन के रहनुमा भी नकारा
ऐसे में हौसला आना ,दीपक तो लाजवाब हुआ
तूफ़ान गुजरा अभी गली से ,जलता रहा चिराग
देखिये जरा नजारा रोशन हुआ तो लाजवाब हुआ
मुश्किल है बयाँ इजाफा ए इजतिराब ए हिन्द में
रोके है कदम उसूल ए इजतिरार तो लाजवाब हुआ
फंस गये सियासती में खुद हुक्मरान ए हिन्द भी
फैला मुल्क में अजब सा अज़ाब भी तो लाजवाब है .- विजयलक्ष्मी
इन्तखाब = चयन ,
इजाफा ए इज्तिराब ए हिन्द -हिन्द में बढती हुयी व्याकुलता (अधीरता )
उसूल ए इजतिरार = नियमों की विवशता (लाचारी ),
लगता रहा हमे भी यही कुछ तो लाजवाब हुआ
मतलबी ये दुनिया वतन के रहनुमा भी नकारा
ऐसे में हौसला आना ,दीपक तो लाजवाब हुआ
तूफ़ान गुजरा अभी गली से ,जलता रहा चिराग
देखिये जरा नजारा रोशन हुआ तो लाजवाब हुआ
मुश्किल है बयाँ इजाफा ए इजतिराब ए हिन्द में
रोके है कदम उसूल ए इजतिरार तो लाजवाब हुआ
फंस गये सियासती में खुद हुक्मरान ए हिन्द भी
फैला मुल्क में अजब सा अज़ाब भी तो लाजवाब है .- विजयलक्ष्मी
इन्तखाब = चयन ,
इजाफा ए इज्तिराब ए हिन्द -हिन्द में बढती हुयी व्याकुलता (अधीरता )
उसूल ए इजतिरार = नियमों की विवशता (लाचारी ),
तूफ़ान गुजरा अभी गली से ,जलता रहा चिराग
ReplyDeleteदेखिये जरा नज़ारा रोशन हुआ तो लाजवाब हुआ.… वाह