अमृत कलश ...
सभी के चाहिए.. अमृत कलश
दे सके सकूं जो.. अमृत कलश
भर दे राग प्रेम तो... अमृत कलश
शुचिता दे मन को ..अमृत कलश
कर सके दे रोशन तकदीरों को ...अमृत कलश
कराहटें औ कड़वाहटें मन से उगल दे ..अमृत कलश
चल कोई मीठी मधुर बंशी बजा दे... अमृत कलश
दुनिया को खूब सूरत रंग दिला दे ..अमृत कलश
है कही ,कोई दिला दे ...अमृत कलश !!-विजयलक्ष्मी
सभी के चाहिए.. अमृत कलश
दे सके सकूं जो.. अमृत कलश
भर दे राग प्रेम तो... अमृत कलश
शुचिता दे मन को ..अमृत कलश
कर सके दे रोशन तकदीरों को ...अमृत कलश
कराहटें औ कड़वाहटें मन से उगल दे ..अमृत कलश
चल कोई मीठी मधुर बंशी बजा दे... अमृत कलश
दुनिया को खूब सूरत रंग दिला दे ..अमृत कलश
है कही ,कोई दिला दे ...अमृत कलश !!-विजयलक्ष्मी
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