डूबे है तैराकी के माहिर हुए थे जो ,
इल्जाम है नदी पर लहरें डूबा गयी .
खोई है राहे उलझी हुयी सी खुद में
दर्द ए वफा का हर किस्सा सुना गयी .
जल रही है देखलो सडको पर फसल
कानून सो रहा, आत्महत्या बता गयी
मंत्री हुए भगवान है नौकरशाही गुलाम
खाकी की सारी गरिमा ही गिरा गयी .
सीधी खबर यही औकात बस यही है
"इसी लायक हो" नेता की जमात बता गयी .- विजयलक्ष्मी
इल्जाम है नदी पर लहरें डूबा गयी .
खोई है राहे उलझी हुयी सी खुद में
दर्द ए वफा का हर किस्सा सुना गयी .
जल रही है देखलो सडको पर फसल
कानून सो रहा, आत्महत्या बता गयी
मंत्री हुए भगवान है नौकरशाही गुलाम
खाकी की सारी गरिमा ही गिरा गयी .
सीधी खबर यही औकात बस यही है
"इसी लायक हो" नेता की जमात बता गयी .- विजयलक्ष्मी
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