Saturday, 7 December 2013

नजर का फेर कहीं उन्हें बंदूक क्यूँ नहीं दिखती .

हम  तो साम्प्रदायिकता की बात करते हैं 
,
नजर का फेर कहीं उन्हें बंदूक क्यूँ नहीं दिखती .



गोधरा जलता रहा है मनों में आज भी अपने 


कही कश्मीरी पंडित की दुर्गति क्यूँ नहीं दिखती 



करतब सरकारी घोटालो की मार जनता पर


बिगडती फसल मौत किसानों की क्यूँ नहीं दिखती



समझो खेल राजनैतिक खिलौना बनी जनता 


करते मनमर्जी मुखालफत जनता की क्यूँ नहीं दिखती .



खेल तुष्टिकरण सारा राजनीति वोट की करते 


दिखावा आपसी झगड़ा भलाई देश की क्यूँ नहीं दिखती - विजयलक्ष्मी

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