हाल ए दिल उनसे पूछा था हमने ..
मुश्किल गिना भी गए वो हमको
वक्त ए दफन का माजरा क्या कहे
मोहसिन औ कातिल बता गए हमको
बताते बताते मर्जी गर्द ए दश्त
किस गुनाह की सजा सुना गए हमको
मेरी वफाओं को खुदारा वो खुद ही
साजिश ए तूफां बता गए हमको
क्या कहे अब हम हालत ए दिल अपना
कयामत ए खुदा बता गए हमको ..-- विजयलक्ष्मी
मुश्किल गिना भी गए वो हमको
वक्त ए दफन का माजरा क्या कहे
मोहसिन औ कातिल बता गए हमको
बताते बताते मर्जी गर्द ए दश्त
किस गुनाह की सजा सुना गए हमको
मेरी वफाओं को खुदारा वो खुद ही
साजिश ए तूफां बता गए हमको
क्या कहे अब हम हालत ए दिल अपना
कयामत ए खुदा बता गए हमको ..-- विजयलक्ष्मी
No comments:
Post a Comment