"काश ये जिन्दगी ही तुम्हे दे पाते हम ,
जिन्दगी हर सुबह नाम कर जाते हम .
हमारी सांसे भी तेरे नाम पर जिन्दा है
आजकल एक ही नाम जपे जाते हैं हम ".- विजयलक्ष्मी
एक चिरपरिचित सी मुस्कान ,
जो खोकर भी नहीं खोती कभी ,
कभी दिखती है हर चेहरे पर ..
छिप सी जाती है वो कहीं कभी .- विजयलक्ष्मी
जिन्दगी हर सुबह नाम कर जाते हम .
हमारी सांसे भी तेरे नाम पर जिन्दा है
आजकल एक ही नाम जपे जाते हैं हम ".- विजयलक्ष्मी
एक चिरपरिचित सी मुस्कान ,
जो खोकर भी नहीं खोती कभी ,
कभी दिखती है हर चेहरे पर ..
छिप सी जाती है वो कहीं कभी .- विजयलक्ष्मी
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