कलम से..
Wednesday, 25 July 2012
चल थोडा सा मुस्कुरा लेते हैं ..
चल थोडा सा मुस्कुरा लेते है..
सहमना तो लगा ही रहता है जिंदगी के साथ ..
आंसूओं के सिलसिले में भी हंसना जरूरी सा समझ ,
वक्त तो वक्त देगा ही नहीं कभी याद रखना
छीन लेते है कुछ लम्हे हम भी वक्त के हाथों से .विजयलक्ष्मी
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