Monday, 7 October 2013

ईंटें ..


ईंटो के मकाँ ..ईंटों के हथियार ,
ईंटों की मजार ,ईंटो बाकी रहेगी दरकार .
ईंटो का व्यापार ,ईंटों से बाजार 
ईंटो की करनी को भुगतेगा सारा ही संसार .

- विजयलक्ष्मी 







नीव में भी ईंट है ......कंगूरे भी इंट के ,


घर उजड़ते भी ईंट से.. घर बनते ईटं से 


,
भ्रान्ति में फिंकती है ईंटे क्रांति भी करती है ईंटे 



कुछ काम बांतों से नहीं ,,,बनते हैं ईंट से .

-- विजयलक्ष्मी

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