Wednesday, 9 October 2013

सुना कुछ रजिया गुंडों में फंसी

सुना कुछ रजिया गुंडों में फंसी 
और द्रोपदी का चीर हरण जारी है 
सी बी आई को क्लीन चिट देना का काम मिला 
खबर आसाराम देश की सभी खबरों पर भारी है 
देश के आर्थिक खराब क्यूँ ..नहीं, शिल्पी का रिश्ता क्या है .. जानना ज्यादा जरूरी है 
धार्मिक उन्माद के नाम पर भगवा बाक़ी सभी शांतिदूत प्रभारी है 
अल्पसंख्यक बहुसंख्यक का फेर बहुत गहरा ..लगाया लैपटॉप का पहरा 
सद्भावना रैली में बंदूक हाथ में होना जनता की सुरक्षा लाचारी है
झूठफरेब और न्याय की आपसी रिश्तेदारी है
बलात्कार की दोषी पांच बरस की उकसाती लोगो को बेटी तुम्हारी है
उसपर सच कहना लिखना और बोलना तलवार दुधारी है .
समाचार खबर देता था कभी हकीकत ..अब तो खबरे भी हुयी बेचारी हैं
मतलब हो या न हो हर विज्ञापन के लिए हुयी जरूरी नारी है
पलटवार बोली तो कुलटा है ...

सब कुछ चुपचाप सह जाये गर गुणों की खान नारी है .- विजयलक्ष्मी

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