Wednesday, 15 August 2012

......नाम लिखो और मजे चखो 
ये तो चलता ही रहेगा ....जो बोलेगा ......
यही ही उसूल .......दुनिया का 
मुल्क नाम हिन्दुस्तान ,
देशकाल नाम ए गाँधी ,
पावर ऑफ अटॉर्नी नाम ए गाँधी ..
नाम उधारी का है जिनका ,
देश की तरक्की से क्या मतलब उनका
उनका क्या दोष ,पुजने वाले को क्या गरज
पूजने वाले की गरज होती है ..
जिन्हें जनता चुनके भेजा वो उन्हें पूज रहें है ..
तो ....???
बदल दो चेहरे मोहरे ,
भीतर से बाहर तलक ,
पत्थर भी भगवान बन जाता है पूजने से तो
इंसान की तो औकात क्या ??
बिना कुर्सी के देश की अम्मा है है वो ..
समझ गए न ....या ..
अब फिर बोलो
वन्दे मातरम . - विजयलक्ष्मी

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