कलम से..
Friday, 4 July 2014
जिन्दा रहने को कवायद ....
"सृजन विनाश के सीने पर लिखा जाता हैं मगर
जिन्दा रहने को कवायद होनी बहुत बाकी है अभी ".
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-- विजयलक्ष्मी
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