कैसे कटे रात अन्धेरा घनेरा ,
न जाने खबर कोई कब आ जाये ..
वो धरती सितारे चंदा चाँदनी ,
न जाने सब किस पल बहक जाये ..
मोती पलक से घूंघट उठाकर ,
निकल कर कपोलों पर ढलक जाये ..
गम या खुशी उनको पता क्या ,
न जाने कौन कौन रंग में रंग जाये ..
अब दिल ए गम के तराने सुना ,
खुशी को किसी की न नजर लग जाये....विजयलक्ष्मी
न जाने खबर कोई कब आ जाये ..
वो धरती सितारे चंदा चाँदनी ,
न जाने सब किस पल बहक जाये ..
मोती पलक से घूंघट उठाकर ,
निकल कर कपोलों पर ढलक जाये ..
गम या खुशी उनको पता क्या ,
न जाने कौन कौन रंग में रंग जाये ..
अब दिल ए गम के तराने सुना ,
खुशी को किसी की न नजर लग जाये....विजयलक्ष्मी
उम्दा ..
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