Saturday, 21 January 2017

" मैं ईश्वर का शुक्रिया अदा करता हु कि मेरी पत्नी 2 महीने पहले ही मर चुकी है।"

इसे तौलिये तराजू पर .........

मैं ईश्वर का शुक्रिया अदा करता हु कि मेरी पत्नी 2 महीने पहले ही मर चुकी है।ये शब्द थे।भारत के महान न्यायाधीश जस्टिस जगमोहन लाल सिन्हा के...
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इंदिरा गांधी के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप थे। वो भ्रष्टाचार के दम पर प्रधानमंत्री बनी थी। इंदिरा गांधी के खिलाफ केस चला और ये केस इलाहबाद हाई कोर्ट के जस्टिस सिन्हा की कोर्ट में चला। सबको लग रहा था की इस महिला तानाशाह से जस्टिस सिन्हा डर जाएंगे। मगर सिन्हा के अंदर सिंह बैठा हुआ था। जस्टिस सिन्हा ने इंदिरा गांधी को दोषी पाया और फैसले की तारीख तय की, जिस दिन फैसला देना था उस दिन जस्टिस सिन्हा के लैंडलाइन फोन की घंटी बजी और सामने से आवाज आई-अगर तुमने प्रधानमन्त्री इंदिरा गांधी के खिलाफ फैसला दिया तो अपनी पत्नी को बोल देना की करवा चौथ न मनाये...
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ये सुनकर जस्टिस सिन्हा बोले-आप कौन बोल रहे है।ये मुझे नहीं मालूम लेकिन आपकी जानकारी के लिए मैं आपको बता दू कि मेरी पत्नी का 2 महीने पहले ही स्वर्गवास हुआ है।इसलिए मैं ईश्वर का धन्यवाद करता हूँ। कि मेरे लिए व्रत रखने वाली स्त्री अब इस संसार में नहीं है...!
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और जस्टिस सिन्हा ने कोर्ट पहुंचकर इंदिरा गांधी को सजा सुना दी, इंदिरा गांधी गिरफ्तार हो गयी...
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इंदिरा गांधी की भ्रष्ट टुकड़ी ने संविधान संशोधन का फैसला किया ताकि प्रधानमंत्री को कभी जेल न जाना पड़े।और अनुच्छेद 329 A का प्रस्ताव संसद में पारित हुआ लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे असंवैधानिक करार देते हुए रद्द कर दिया...
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इंदिरा गांधी ने सुप्रीम कोर्ट पर अपना नियंत्रण करने की कोशिश की, इंदिरा गांधी के घमंड से तंग आकर सुप्रीम कोर्ट के तीन वरिष्ठ न्यायाधीशों ने इस्तीफा दे दिया, लेकिन कुछ समझदार न्यायाधीश इंदिरा गांधी के आगे झुके नहीं और इंदिरा गांधी के मंसूबो में पानी फिर गया...
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वही जस्टिस सिन्हा को इंदिरा गांधी को जेल भेजने की भारी कीमत चुकानी पड़ी,जस्टिस सिन्हा का लाइफ टाइम प्रमोशन नहीं हुआ,वो सुप्रीम कोर्ट के जज बन सकते थे।मगर इंदिरा गांधी की सरकार ने उन्हें परेशान करने के हर हथकंडे अपनाये...
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सत्ता का जितना दुरूपयोग इस अहंकारी स्त्री ने किया उतना किसी ने नही किया, संविधान से लेकर न्यायपालिका तक को अपने काबू में करने की कोशिश इस भ्रष्ट महिला ने की, ऐसा लग रहा था।जैसे बंदरिया के हाथ में उस्तरा दे दिया गया हो...

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