Friday, 14 March 2014

"..चलते रहे कदम दर कदम "





मौसम को खबर न देना हमारी पलको की नमी की ,


दिखाने दो तेवर , शिकायत भी नहीं धुप की कमी की .


-- विजयलक्ष्मी



लिखकर लिखूं क्या मेरे शब्द तो पैबंद भी नहीं है ,


खुदा का नाम लिया उन्ही से जो पाबन्द भी नहीं हैं .


- विजयलक्ष्मी



दुश्वारियों का क्या राह में खड़ी मिलती रही सदा ,

मतवाले से हम भी ..चलते रहे कदम दर कदम ,- विजयलक्ष्मी

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