लीजिए हमारे एकाउंट को खोलने के लिए भी लीजिए शब्दों की माला ...
..
खाता खोलने की कोशिशे क्यूँ बेकार में कष्ट किया .
जो पूछना है ,वो तो पूछ लेते हमसे सामने आकर .
क्या मिल जायेगा बोल इस तरह से नजरे छिपाकर .
हमसे कुछ न पायगा कभी भी इस तरह से आकर .
क्या लाभ मिला या खुशी बता दे ,अब तो आकर .
राज नहीं खोलेंगे हम कुछ नहीं बोलेंगे ,समझाकर .
अब तो बता दे क्या मिला इस तरह दिल दुखाकर. - विजयलक्ष्मी
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