उठती है आवाज किधर से हाथ में शमशीर है ,
कौन बोलेगा भारत का हिस्सा नहीं कश्मीर है
ये इजाजत मिली किससे,हक किसी को ये नहीं
विदेशी ताकते हमारी लिखती नहीं तकदीर है
न खुदा है वो न इजाजत उन्हें , न हम लाचार है
बाकी कुछ नहीं है उनसे, इक व्यापार की जंजीर है .- विजयलक्ष्मी
भारतीय घरो में शेर पालते है शेर संग बच्चे ,
बताना होगा हमे दुश्मन को हम सपूत सच्चे .- विजयलक्ष्मी
कौन बोलेगा भारत का हिस्सा नहीं कश्मीर है
ये इजाजत मिली किससे,हक किसी को ये नहीं
विदेशी ताकते हमारी लिखती नहीं तकदीर है
न खुदा है वो न इजाजत उन्हें , न हम लाचार है
बाकी कुछ नहीं है उनसे, इक व्यापार की जंजीर है .- विजयलक्ष्मी
भारतीय घरो में शेर पालते है शेर संग बच्चे ,
बताना होगा हमे दुश्मन को हम सपूत सच्चे .- विजयलक्ष्मी
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