Saturday, 23 January 2016

" नेताजी सुभाषचंद्र बोस "


" जयहिंद "!!

बहुत बार सुना हमने
" दे दी हमें आजादी बिना खडग बिना ढाल "
लेकिन 

" शहीद हुए भारत माँ के सपूत कई हजार
जब चल रही गोलियां औ तोप बेमिसाल !!
बैठा था कहाँ बोलो साबरमती का लाल !!
किसने सुनाए किस्से किसने गिनाए लाल
शहीद हुए भारत माँ के सपूत कई हजार !!"
-- विजयलक्ष्मी

तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा ' ---- सुभाषचंद्र बोस ( नेताजी )

आजादी का मतवाला
आजादी का रखवाला 
अपनी जान लुटा बैठा
मुहब्बत वतन से करने वाला
तिरंगे की आन पर कुर्बान तहरीरें ,
वतन की शान पर कुर्बान तकदीरें ,
होने दो होती है अगर लहुलुहान ...
वतन की खातिर मेरे ,मेरी ही तस्वीरें
 ".- विजयलक्ष्मी



लन्दन के फुटपाथ पर दो भारतीय रुके और जूते पोलिश करने वाले से एक व्यक्ति ने जूते पोलिश करने को कहा। जूते पोलिश हो गये.. पैसे चुका दिए और वो दोनों अगले जूते पोलिश करने वाले के पास पहुँच गये।
वहां पहुँच कर भी उन्होंने वही किया। जो व्यक्ति अभी जूते पोलिश करवाके आया था, उसने फिर जूते पोलिश करवाए और पैसे चूका कर अगले जूते पोलिश करने वाले के पास चला गया।
जब उस व्यक्ति ने 7-8 बार पोलिश किये हुए जूतो को पोलिश करवाया तो उसके साथ के व्यक्ति के सब्र का बाँध टूट पड़ा। उसने पूछ ही लिया "भाई जब एक बार में तुम्हारे जूते पोलिश हो चुके तो बार-बार क्यों पोलिश करवा रहे हो"?
प्रथम व्यक्ति "ये अंग्रेज मेरे देश में राज़ कर रहे हैं, मुझे इन घमंडी अंग्रेजो से जूते साफ़ करवाने में बड़ा मज़ा आता है। वह व्यक्ति था सुभाष चन्द्र बोस। शायद कुछ लोगो को याद ना हो तो बता रहा हूं आज ही के दिन यानि 23 जनवरी 1897 को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का उडीसा के कटक के एक संपन्न बंगाली परिवार मेँ जन्म हुआ था |


आज उनका जन्मदिवस है।
जय हिंद










मैं लोगों पर नहीं उनके मनों पर राज्य करना चाहता हूँ। उनका हृदय सम्राट बनना चाहता हूँ।."-- सुभाषचंद्र बोस 

"नेता जी " कहते ही उभरता रहा एक नाम सुभाष का ...आज नेता कहो तो होती है ग्लानी चेहरे और करतूत देखकर ...छोडकर सबकुछ लुटा दिया देश की खातिर आज के नेता देश को लूटकर घर अपना घर भर रहे हैं !

देशप्रेम का स्वरूप बदल गया हुआ जीवन त्रास का ,
गिरता स्तर लगातार दिख रहा असर राजनैतिक ह्रास का 
अराजकता से बुझा रहे है दीप ये नेता नहीं दीखता दीप आस का 
"नेता जी "कहते ही उभरता रहा एक नाम सुभाष का "-- विजयलक्ष्मी 

जन्मदिवस पर विशेष ....
देशप्रेमियों की और से "नेता जी सुभाषचन्द बोस को कोटिश:नमन ,......जय हिन्द !!

वन्देमातरम !!



"  नेहरु ने इन्हें युद्ध अपराधी कहकर अपमानित किया हैं | "

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