Monday 3 August 2015

थाने बने कत्लगाह अजब तस्वीर है |

थाने बने कत्लगाह अजब तस्वीर है |
जल रही जिन्दा देह ,कैसी तकदीर है ||

है रसूखदार दारोगा ,जेब से अमीर है |
सत्ताधारी भगवान औरत ही फकीर है ||

बलात्कार होना ,,कौन बड़ी तहरीर है |
नेता का जीजा ठहरा बहुत बेनजीर है ||

नजर से लिखता जनता की तकदीर है|
मिडिया में घटना पर होनी तकरीर है ||

एंकर से सम्पादक बोला बड़ी शरीर है |
सौ झूठ पकड़े , सच की एक लकीर है || ---- विजयलक्ष्मी

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